अमेरिका में घटे 9/11 की घटना के बीस सालों के बाद, ऐसा लगता है मानो दुनिया ने एक चक्र पूरा कर लिया है — अफ़ग़ानिस्तान फिर से वहीं पहुंच गया है, जहां से ये सब कुछ शुरू हुआ था. काबुल के प्रेसिडेंशियल पैलेस के ऊपर तालिबान का झंडा, ऊंचा लहरा रहा है.
इस हार को हम सिर्फ़ 2021 में घटी एक घटना के तौर पर सीमित तरीके से नहीं देख सकते हैं. ये हार पिछले दो दशकों की हार है, जिसमें से पिछले एक दशक के दौरान अमेरिका लगातार इस बेचैनी में था कि वो कैसे अफ़ग़ानिस्तान को उसके अपने हाल पर छोड़कर किसी तरह से वहाँ से निकल सके.